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भारत में एचसीजी में कैंसर की देखभाल

एचसीजी गुणवत्तापूर्ण नैदानिक ​​देखभाल, नैदानिक ​​उत्कृष्टता और अभूतपूर्व नवाचारों के माध्यम से देश के स्वास्थ्य देखभाल वातावरण को बदलने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसके अलावा, यह अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी मौजूदगी बढ़ा रहा है। हम पहले से ही पूर्वी अफ्रीका में कैंसर केंद्र स्थापित कर चुके हैं और निकट भविष्य में अन्य देशों में भी और विस्तार की उम्मीद कर रहे हैं।

एचसीजी में, आपके कैंसर के उपचार को मूल्य -आधारित और मरीज़ - केंद्रित दोनों दृष्टिकोणों के साथ बनाया जाता है। सभी प्रमुख क्लीनिकल (चिकित्सकिय) सेवाओं को एक ही छत के नीचे लाना और हर मरीज और हर कैंसर के मामले का पहली बार में ही सही इलाज करना हमारा मुख्य उद्देश्य है।

उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर देखभाल प्रदान करने के साथ, अपने मरीज़ों को जीवन की बेहतर गुणवत्ता प्राप्त करने में मदद करना हमारा उद्देश्य है।

कैंसर की देखभाल में सबसे बेहतर पहुंच

जब आप अपने निदान या उपचार के लिए हमारे पास पहुंचते हैं, तो हम यह सुनिश्चित करते हैं कि आपको हर चरण में सर्वोत्तम देखभाल मिले। हम हर एक मरीज़ के इलाज के लिए बहु - आयामी दृष्टिकोण का उपयोग करते हैं, जिसमें कई विषयों के विशेषज्ञ हमारे मरीज़ों के लिए सर्वोत्तम संभव उपचार योजना तैयार करने से पहले प्रत्येक मामले का अध्ययन करने के लिए एक साथ आते हैं जो नैदानिक ​​​​परिणामों और मरीज़ के जीवन की गुणवत्ता दोनों को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है।

एचसीजी में, आपको कैंसर के क्षेत्र की सर्वश्रेष्ठ देखभाल प्रदान की जाएगी :

  • 450 से अधिक कुशल और अनुभवी ऑन्कोलॉजिस्ट की क्लिनिकल (चिकित्सकिय) विशेषज्ञता
  • डिजिटल पेट सीटी, साइबरनाइफ, ट्रूबीम, टोमोथेरेपी एच आदि जैसी नवीनतम नैदानिक ​​और उपचार तकनीकी।
  • मिनिमली इनवेसिव (कम से कम चिरफाड वाली) रोबोटिक सर्जरी, ऑर्गन प्रेज़र्वेशन (अंग संरक्षण), रीकन्स्ट्रक्शन (पुनर्निर्माण) सर्जरी आदि जैसे उन्नत उपचार प्रोटोकॉल ।
  • 30 से अधिक वर्षों का अनुसंधान अनुभव

साइबरनाइफ

साइबरनाइफ दुनिया की पहली एफडीए द्वारा अनुमोदित पूरे शरीर की रेडियोसर्जरी प्रणाली है जो रेडिएशन थेरेपी (विकिरण चिकित्सा) के माध्यम से उन ट्यूमर का इलाज करने में मदद करती है जिनका इलाज ऑपरेशन से नहीं किया जा सकता है। साइबरनाइफ बेहतर सटीकता के साथ ट्यूमर सेल्स (कोशिकाओं) को मारने के लिए हाई डोस रेडिएशन (उच्च-खुराक विकिरण) प्रदान करके काम करता है। साइबरनाइफ की सटीक रेडिएशन डिलीवरी (विकिरण वितरण ) आसपास के स्वस्थ ऊतकों को होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करती है।

साइबरनाइफ को सबसे अच्छा क्या बनाता है?

  • यह जटिल ट्यूमर का उपचार कर सकता है
  • दर्द कम होता है और रक्तस्त्राव नहीं होता
  • यह एक आउट पेशेंट (बाह्य रुग्ण) प्रक्रिया हो सकती है, या मरीज़ जल्दी घर वापस जा सकते है
  • इलाज संबंधी कम जटिलताएं होती है
  • जीवन की बेहतर गुणवत्ता
  • एचसीजी भारत के कुछ गिने चुने साइबरनाइफ सुविधा वाले केंद्रों में से एक है। यह तकनीक, जब हमारे कैंसर विशेषज्ञों की विशेषज्ञता के साथ जुड़ती है, तब विभिन्न प्रकार के कैंसर का पहली बार में ही सही तरीके से इलाज करने में मदद कर सकती है।

रोबोटिक सर्जरी

रोबोटिक सर्जरी एक मिनिमली-इनवेसिव (कम से कम चिरफाड वाली) प्रक्रिया होती है जो जटिल ट्यूमर को सटीकता, लचीलेपन और बेहतर नियंत्रण के साथ संचालित करने में विशेषज्ञों की मदद करती है। रोबोटिक सर्जरी प्रणाली में सर्जिकल टूल्स (शल्य चिकित्सा उपकरण) और एक 3 डी कैमरा रखने के लिए 4 इंटरैक्टिव रोबोटिक अर्म्स और एक एर्गोनोमिक रूप से डिज़ाइन किया गया कंसोल होता है, जहां बैठकर डॉक्टर रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करके सर्जरी करते है।

रोबोटिक सर्जरी को क्या सर्वश्रेष्ठ बनाता है?

  • सकारात्मक नैदानिक ​​परिणामों की अधिक संभावना
  • सर्जरी के बाद कम जटिलताएं
  • तेजी से रिकवरी (स्वास्थ्य लाभ) और अस्पताल में कम समय के लिए रुकना
  • छोटे चीरों के कारण कम से कम निशान
  • दर्द कम होता है और रक्तस्त्राव भी कम होता है

कैंसर उपचार की गुणवत्ता में लगातार सुधार करने के प्राथमिक लक्ष्य के साथ, हम अपने मरीजों के इलाज के लिए नवीनतम तकनीक और अभिनव उपचार दृष्टिकोणों को लागू करने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं।

हमारे पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित रोबोटिक सर्जन हैं जो रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से कई प्रकार के कैंसर का प्रबंधन करने में कुशल और अनुभवी हैं।

कैंसर निदान में सेकंड ओपिन्यन (दूसरी राय)

कैंसर को संबोधित करने के लिए केवल प्राथमिक निदान पर्याप्त नहीं है। ज्यादातर मामलों में, सेकंड ओपिन्यन (दूसरी राय) रोग की बेहतर समझ, अधिक विस्तृत प्रोग्नोसिस (पूर्वानुमान) और व्यापक उपचार विकल्पों के रूप में एक नया द्वार खोलती है और अंत में, यह मरीज़ों को बहुत आत्मविश्वास देती है।

सेकंड ओपिन्यन (दूसरी राय) आपको सूचित स्वास्थ्य निर्णय लेने में मदद करता है, जो आपकी रिकवरी (स्वास्थ्य लाभ) को प्रभावित करेगा। सेकंड ओपिन्यन (दूसरी राय) तब महत्वपूर्ण हो जाती है जब :

  • आपको अपने निदान के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है
  • कैंसर वर्तमान उपचार के लिए प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है
  • वर्तमान उपचार के दुष्प्रभाव हो रहे हैं
  • आप अपने निदान या उपचार के बारे में आश्वस्त नहीं हैं

बैंगलोर में हमारे उत्कृष्टता केंद्र में एक व्यापक नैदानिक ​​यूनिट है जिसमें पेट सीटी (डिजिटल / एनालॉग), जीनोमिक्स, डिजिटल मैमोग्राफी, हाई -रिज़ॉल्यूशन एमआरआई स्कैनर आदि शामिल हैं, और आपको सही सेकंड ओपिन्यन (दूसरी राय) मिलें जिससे आपको उचित निर्णय लेने में मदद मिलें यह सुनिश्चित करने के लिए विशेषज्ञों का एक बड़ा नेटवर्क है।

बोन मैरो ट्रांसप्लांट (अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण)

कई सौम्य और घातक हेमेटोलॉजिकल विकारों के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट (अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण) को एक यथार्थवादी उपचारात्मक दृष्टिकोण माना जाता है।

यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें क्षतिग्रस्त बोन मैरो सेल्स (अस्थि मज्जा कोशिकाओं) या स्टेम सेल्स (कोशिकाओं) को स्वस्थ बोन मैरो सेल्स (अस्थि मज्जा कोशिकाओं) या स्टेम सेल्स (कोशिकाओं) के साथ बदल दिया जाता है जो या तो मरीज़ (ऑटोट्रांसप्लांट) या किसी अन्य व्यक्ति (एलोजेनिक) से लिए जाते हैं।

एचसीजी में, हमारे हेमेटोलॉजी और बीएमटी विभाग में कुशल विशेषज्ञ हैं जो हेमेटोलॉजिकल विकारों की एक विस्तृत श्रृंखला के प्रबंधन में अनुभवी हैं। प्रशिक्षित विशेषज्ञों के सबसे बड़े नेटवर्क और हमारे बेल्ट के तहत 1200 से अधिक सफल ट्रांसप्लांट (प्रत्यारोपण) के साथ, हमारे पास पहुंचने वाले हर एक मरीज़ के लिए एक आरामदायक उपचार सेटिंग बनाना और प्रत्येक मरीज़ के लिए व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करना हमारा लक्ष्य है।