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नैदानिक ​​प्रयोगशाला सेवाएं

अवलोकन

हेल्थकेयर ग्लोबल (एचसीजी) एंटरप्राइजेज लिमिटेड की एक इकाई ट्राइस्टा साइंसेज कैंसर निदान, जीनोमिक्स (नेक्स्ट जनरेशन सीक्वन्सिंग –बेस्ड डाइग्नोस्टिक्स) बायोमार्कर और ट्रांसलेशनल अनुसंधान, प्रयोगशाला सेवाओं और नैदानिक अनुसंधान सेवाओं ​​के लिए अत्याधुनिक, वन-स्टॉप समाधान है। बैंगलोर से बाहर स्थित, ट्राइस्टा साइंसेज कैंसर के बेहतर निदान और पूर्वानुमान के नवाचार, गुणवत्ता और सटीकता पर ध्यान देने के साथ प्रयोगशाला सेवाओं, अनुसंधान और विकास और नैदानिक ​​अनुसंधान का समन्वय है।

ट्राइस्टा रेफरेंस प्रयोगशाला देश में अग्रणी सीएपी और एनएबीएल मान्यता प्राप्त नवीनतम तकनीक वाली ऑन्कोलॉजी डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला सेवा प्रदाता है, जो भारत और विदेशों में अस्पतालों, चिकित्सा संस्थानों के लिए सामान्य से लेकर अत्यधिक विशिष्ट डायग्नोस्टिक टेस्ट की व्यापक श्रेणी की पेशकश करती है।

प्रमुख विभाग

हिस्टोपैथोलॉजी

ट्राइस्टा साइंसेज, बैंगलोर की हिस्टोपैथोलॉजी प्रयोगशाला, एचसीजी नेटवर्क के लिए संदर्भ प्रयोगशाला है। यह 1800 वर्ग फुट के क्षेत्र में फैली हुई है और अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है। यह प्रयोगशाला एचसीजी के पूरे नेटवर्क में हिस्टोपैथोलॉजी के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करती है। यह प्रयोगशाला अपने नेटवर्क अस्पतालों के साथ-साथ बाहरी रेफरल से एक वर्ष में 20,000 से अधिक हिस्टोपैथोलॉजी नमूने प्राप्त करती है।

यह प्रयोगशाला बुनियादी हिस्टोपैथोलॉजी सेवाएं, इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री, साइटोलॉजी, फ्रोजन सेक्शन और डिजिटल पैथोलॉजी सेवाएं प्रदान करती है। इस प्रयोगशाला में सटीक ऑन्कोलॉजी के अभ्यास का समर्थन करने वाले एकेएल डी5एफ3, पीडीएल1, एमएसआई आदि जैसे मार्करों सहित, निदान, रोग-निदान और चिकित्सीय विशिष्टता के 180 से अधिक इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री मार्कर हैं।

यह प्रयोगशाला एलबीसी सेवाएं भी प्रदान करती है।

यह प्रयोगशाला नैदानिक ​​उपयोग के लिए एआईएमएल आधारित ब्रेस्ट बायोमार्कर एल्गोरिथम को प्राथमिक निदान में उपयोग करने और लागू करनेवाली भारत की पहली 100% डिजिटल पैथोलॉजी प्रयोगशाला है।

यह प्रयोगशाला हिस्टोपैथोलॉजी मामलों की रिमोट रिपोर्टिंग के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का समर्थन करती है।

ट्राइस्टा साइंसेज लीका, थर्मो फिशर और सकुरा जैसे प्रतिष्ठित निर्माताओं द्वारा निर्मित हिस्टोपैथोलॉजी में अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है।

इस प्रयोगशाला में अपने सभी आईएचसी मार्करों के लिए एफडीए द्वारा अनुमोदित पूरी तरह से स्वचालित इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री मशीन है। एचसीजी यूएस एफडीए द्वारा अनुमोदित फिलिप्स के ईमेज प्रबंधन प्रणाली और केंद्रीय पोर्टल सर्वर के साथ डिजिटल पैथोलॉजी स्कैनर से लैस है।

एचसीजी को अक्टूबर 2018 से भारत में प्राथमिक निदान के लिए पहली 100% डिजिटल पैथोलॉजी प्रयोगशाला के रूप में मान्यता प्राप्त है और सम्मानित किया गया है।

इस प्रयोगशाला ने 100% मरीज सुरक्षा, ट्यूमर की सटीक स्टेजिंग और ग्रेडिंग सुनिश्चित करने, लॉजिस्टिक्स लागत की बचत, सहयोग और बेहतर कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से डिजिटल वर्कफ़्लो को अपनाया है। । यह ब्रेस्ट बायोमार्कर के वस्तुनिष्ठ विवेचन के लिए आईवीडीसीई अनुमोदित, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग-आधारित (एआईएमएल) एल्गोरिथम को लागू करने वाली देश की पहली प्रयोगशाला है।

प्रयोगशाला को पिछले 8-10 वर्षों से आईएसओ 015 189 2012 मानक के आधार पर कॉलेज ऑफ अमेरिकन पैथोलॉजिस्ट (सीएपी) और एनएबीएल द्वारा मान्यता प्राप्त है।

हिस्टोपैथोलॉजी प्रयोगशाला देश में पहली है जिसने मान्यता के दायरे में डिजिटल पैथोलॉजी और ईमेज-आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीन लर्निंग ब्रेस्ट बायोमार्कर एल्गोरिथम के साथ ये मान्यताएं प्राप्त की हैं।

एचसीजी नेटवर्क में 12 हिस्टोपैथोलॉजिस्ट हैं। बंगलौर केंद्र में तीन पैथोलॉजिस्ट हैं जो ऑर्गन-स्पिसिफिक सब- स्पेशिऐलिटी हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्टिंग का अभ्यास करते हैं। वे ऑन्कोपैथोलॉजी के क्षेत्र में अच्छी तरह से योग्य और बहुत अधिक अनुभवी हैं। उन्हें डिजिटल पैथोलॉजी ईमेज (डब्ल्यूएसआई) के लिए रिमोटली रिपोर्ट तैयार करने में भी प्रशिक्षित किया जाता है। तीन वरिष्ठ निवासी डॉक्टर हैं जो पोस्ट-एमडी हैं, वें ट्यूमर पैथोलॉजी में अपनी फेलोशिप कर रहे हैं, साथ ही आठ जूनियर डीएनबी निवासी डॉक्टर हैं।

एक डिजिटल पैथोलॉजी समन्वयक के साथ सात अत्यधिक कुशल हिस्टोपैथोलॉजी और इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री तकनीशियन हैं। इस तकनीकी टीम को ग्राहक सेवा और फ्रंट ऑफिस एक्जीक्यूटिव का पूरा सहयोग मिलता है।

एचसीजी में पैथोलॉजिस्ट अवयव प्रणालियों के विशेषज्ञ हैं और सब- स्पेशिऐलिटी ऑर्गन-स्पिसिफिक रिपोर्टिंग का अभ्यास करते हैं। आईएचसी और जीनोमिक्स के विशाल विस्तार ​​​​द्वारा समर्थित आंतरिक टीम चर्चा साक्ष्य-आधारित निदान के मजबूत उद्देश्य को सुनिश्चित करती है। यह सटीक ऑन्कोलॉजी के अभ्यास को सुनिश्चित करता है। पैथोलॉजिस्ट नियमित रूप से क्लिनिकल केस डिस्कशन और एमडीटी में भाग लेते हैं, जिससे कुशल मरीज प्रबंधन में योगदान मिलता है।

डिजिटल पैथोलॉजी: कैंसर निदान और उपचार के क्षेत्र में एक क्रांति

ट्राइस्टा साइंसेज, हेल्थकेयर ग्लोबल एंटरप्राइजेज का एक प्रभाग, हिस्टोपैथोलॉजी में प्राथमिक निदान के लिए डिजिटल पैथोलॉजी का उपयोग करने वाली भारत की पहली रेफरल प्रयोगशाला थी। भारत और विदेशों में 24 ऑन्कोलॉजी केंद्रों के नेटवर्क और हिस्टोपैथोलॉजिस्ट के एक प्रतिभाशाली पूल के साथ, एचसीजी के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ बीएस अजयकुमार द्वारा रिपोर्टिंग के एक समान मानक प्रदान करने के लिए सभी केंद्रों को संघटित करने की आवश्यकता की कल्पना की गई थी। Tएचसीजी नेटवर्क में डिजिटल पैथोलॉजी के कार्यान्वयन के साथ यह कल्पना वास्तविकता बन गई है।

सब- स्पेशिऐलिटी हिस्टोपैथोलॉजी विशेषज्ञों द्वारा ऑर्गन-स्पिसिफिक रिपोर्टिंग के माध्यम से, लॉजिस्टिक्स लागत की बचत के साथ कम समय में बेहतर नैदानिक ​​सहायता प्रदान करना यह इस दृष्टिकोण का उद्देश्य है ।

डिजिटल पैथोलॉजी सेट-अप

अक्टूबर 2018 से, एफडीए द्वारा अनुमोदित डिजिटल पैथोलॉजी स्कैनर पर निर्मित डिजिटल ईमेजीज / पूरी स्लाइड ईमेजीज, एचसीजी, बैंगलोर में ट्राइस्टा रेफरल लैब में हिस्टोपैथोलॉजी में प्राथमिक निदान का तरीका हैं।

दिन के पूरे केसलोड को पूरी स्लाइड ईमेज प्रदान करते हुए डिजीटल किया जाता है जो ट्यूमर के स्टेजिंग और फैलाव को नापने, माइटोज की गिनती करने, लिम्फोवास्कुलर और पेरिन्यूरल आक्रमण के सटिक विवेचन करने के साथ-साथ अलग हुई ट्यूमर कोशिकाओं, माइक्रो-मेटास्टेसिस या मैक्रो-मेटास्टेसिस की पहचान, मेजर या माइनर एक्स्ट्राकैप्सुलर एक्सटेंशन आदि के लिए सटीक मापन उपकरण प्रदान करता है। पैथोलॉजिस्ट को पूरी स्लाइड ईमेज पर रिपोर्टिंग करने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है और उनके पास 99.7% डायग्नोस्टिक सुसंगतता होती है।

ब्रेस्ट कैंसर बायोमार्कर रिपोर्टिंग

एचसीजी नैदानिक ​​उपयोग के लिए 97.7% से 100% सटीकता के साथ ब्रेस्ट बायोमार्कर इन्टर्प्रिटेशन (ईआर पीआर एचईआर -2 और केआई67) के लिए एक ईमेज विश्लेषण आधारित आर्टफिशल इन्टेलिजन्स एल्गोरिदम को मान्य और कार्यान्वित करने वाली देश की पहली प्रयोगशाला भी है। ट्राइस्टा इन डब्लूएसआई और ईमेज-आधारित एल्गोरिदम के लिए सीएपी प्रवीणता परीक्षण कार्यक्रमों में 100% समवर्ती परिणामों के साथ भाग लेता है।

  • ऑन्कोपैथोलॉजी में ऑर्गन-स्पिसिफिक विशेषज्ञ पैथोलॉजिस्ट द्वारा रिपोर्ट निर्माण।
  • प्राथमिक नैदानिक ​​सेवाओं के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग।
  • ट्यूमर के स्टेजिंग और ग्रेडिंग का सटीक परिमाणन।
  • तेज़ टर्नअराउंड समय
  • कम लॉजिस्टिक लागत
  • नियमित केस चर्चा और उन्नत गुणवत्ता नैदानिक ​​सहायता
  • एआई-आधारित, आईवीसीईडी प्रमाणित एल्गोरिदम के माध्यम से ब्रेस्ट बायोमार्करों का वस्तुनिष्ठ विवेचन।

एचसीजी ने उत्पन्न होने वाली बहुत सारी डिजिटल इमेजेस के माध्यम से पैथोलॉजी और रेडियोलॉजी में बायोमार्कर विवेचन के लिए आर्टफिशल इन्टेलिजन्स-मशीन लर्निंग-आधारित एल्गोरिदम के विकास और सत्यापन के लिए एक मंच प्रदान किया है।

संस्थान का उद्देश्य एआईएमएल एल्गोरिदम विकसित करना और ऑन्कोलॉजी में कम्प्यूटेशनल पैथोलॉजी, रेडियोजीनोमिक्स और अन्य अनिवार्य नैदानिक ​​​​सेवाओं का सत्यापन करना हैं।

हर साल उत्पादित होने वाली 1.5 लाख से अधिक संपूर्ण स्लाइड ईमेजेज के विशाल भंडार के साथ, एचसीजी के पास एक विशाल ऑर्गन-स्पिसिफिक बायोरिपॉजिटरी है जो चिकित्सा शिक्षा और बायोमार्कर अनुसंधान के लिए उपलब्ध है।

  • बुनियादी हिस्टोपैथोलॉजी सेवाएं
  • इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री
  • साइटालजी
  • फ़्रोज़न विभाग
  • डिजिटल पैथोलॉजी सेवाएं

मॉलिक्यूलरनिदान

मॉलिक्यूलर और नैदानिक ​​जीनोमिक्स विभाग अत्याधुनिक जीनोमिक्स केंद्र है जो पीसीआर, साइटोजेनेटिक्स और फिश जैसी तकनीकों के आधार पर व्यापक मॉलिक्यूलर निदान की पेशकश करता है, और चिकित्सा चयन में सुधार के लिए सभी मरीजों को प्रतिक्रिया का पूर्वानुमान और रोग निदान, वंशानुगत कैंसर की जांच और झुकाव और जोखिम का पूर्वानुमान करने के लिए नेक्स्ट जनरेशन सीक्वन्सिंग प्रदान करता है।

ट्राइस्टा साइंसेज ट्यूमर के नमूनों के जीनोमिक प्रोफाइलिंग डेटा का अध्ययन करने और एनालिटिक्स और इंटरप्रिटेशन प्लेटफॉर्म का उपयोग करके बड़े डेटा का ठोस विश्लेषण और जैविक विवेचन प्रदान करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। इसके साथ ही तरल बायोप्सी जैसी नई तकनीकों को लगातार जोड़ने के साथ, यह विभाग विश्व स्तर पर सबसे उन्नत प्रयोगशालाओं में से एक बनने के लिए तैयार है।

वर्तमान और उभरते बायोमार्कर की जानकारी के साथ, हम दवा की खोज और विकास लिए जीनोमिक संकेतों के आधार पर नए लक्ष्यों की पहचान करने और उन्हें मान्य करने ले लिए और ट्यूमर ऐग्नास्टिक बायोमार्कर की खोज, दवा का पुनर्प्रयोजन और अधिक समृद्ध नैदानिक ​​ परीक्षण के लिए मरीजों का नामांकन करने के लिए दवा कंपनियों के साथ भी काम कर रहे हैं।

मॉलिक्यूलर और नैदानिक ​​जीनोमिक्स विभाग का नेतृत्व डॉ. मिथुआ घोष, डिरेक्टर - क्लिनिकल ​​डाइग्नोस्टिक्स करती हैं, जो कैंसर बायोलॉजिस्ट है और इन्हें कैंसर बायोलॉजी, मॉलिक्यूलर पैथोलॉजी और जीनोमिक्स, डाइग्नोस्टिक्स में ट्रांसलेशनल अनुसंधान, स्टेम सेल अनुसंधान और टारगेट-बेस्ड दावाओं की खोज में 20 साल से अधिक अकादमिक और व्यावसायिक अनुभव और विशेषज्ञता है।

उन्हें प्रत्येक विभाग के सक्षम टीम लीड द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। विभाग में पीएचडी, पोस्ट-डॉक्टरेट, एमडी - पैथोलॉजिस्ट, मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट, जेनेटिसाइटीस्ट और जेनेटिक परामर्शदाताओं की एक बहुत प्रतिभाशाली टीम शामिल है।

कैंसर निदान के प्रति ट्राइस्टा के दृष्टिकोण को अद्वितीय बनाने वाले घटक:
  • चिकित्सकों के साथ मजबूत सहयोग
  • गुणवत्ता के लिए प्रतिबद्ध
  • सरल से अति विशिष्ट तक व्यापक परीक्षण रेंज
  • अभिनव नैदानिक ​​प्लैटफ़ॉर्म और परीक्षण
  • निदान के लिए एक बहु-आयामी दृष्टिकोण
पेशकश की गईं सेवाएं:
  • मॉलिक्यूलर पैथोलॉजी सेवाएं- ट्यूमर प्रोफाइलिंग के लिए पीसीआर-आधारित सिंगल जीन टेस्ट
  • साइटोजेनेटिक्स - कैरियोटाइपिंग और फिश
  • जीनोमिक्स सेवाएं
  • तरल बायोप्सी सेवाएं
  • एचएलए और काइमेरिज्म
  • ट्रांसलेशनल शोध सेवाएं
हीमैटोलॉजी, नैदानिक ​​ पैथोलॉजी और फ्लो साइटोमेट्री

हीमैटोलॉजी विभाग नवीनतम सीबीसी और कोऐग्युलेशन ऐनलाइज़र से लैस है और चौबीसों घंटे सेवाएं प्रदान करता है। प्रयोगशाला में दो अत्याधुनिक दस रंग प्रवाह (टेन कलर फ़्लो) साइटोमीटर हैं और विभिन्न हीमैटोलॉजिकल स्थितियों की जांच और प्रबंधन के लिए उन्नत फ्लो साइटोमेट्री सेवाएं प्रदान करती हैं।

यह राज्य की कुछ चिनिंदा प्रयोगशालाओं में से एक है जो रक्त कैंसर के लिए विश्वसनीय न्यूनतम अवशिष्ट रोग परीक्षण प्रदान करती है।

फ्लो साइटोमेट्री सिस्टम

यह प्रयोगशाला विभिन्न दक्षता परीक्षण और बाहरी गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रमों में भाग लेती है और इसे परीक्षण और कैलिब्रेशन प्रयोगशालाओं के लिए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त है। यह भारत की कुछ चिनिंदा प्रयोगशालाओं में से एक है जिसे प्रतिष्ठित कॉलेज ऑफ अमेरिकन पैथोलॉजिस्ट द्वारा मान्यता प्राप्त है। विभाग को पैथोलॉजिस्ट और तकनीशियनों की एक विशेषज्ञ टीम द्वारा निर्देशित किया जाता है जो नमूनों के सटीक और समय पर प्रसंस्करण और परीक्षण परिणामों की रिपोर्टिंग सुनिश्चित करते हैं।

सेल काउंटर

विभाग में समर्पित पैथोलॉजिस्ट, तकनीशियनों और गुणवत्ता प्रबंधकों की एक प्रतिभाशाली टीम है, जो एक साथ मिलकर विभाग का दिन-प्रतिदिन का कामकाज सुचारू रूप से चलना सुनिश्चित करते हैं।

ब्लड कोऐग्युलेशन ऐनलाइज़र
पेशकश की गईं सेवाएं:
  • हीमोग्राम और पेरीफेरल ब्लड रिपोर्टिंग
  • विभिन्न रक्तस्राव और रक्त के थक्के विकारों के लिए बुनियादी और उन्नत कोऐग्युलेशन कार्यप्रणाली
  • अस्थि मज्जा ऐस्परेशन और ट्रेफिन बायोप्सी रिपोर्टिंग
  • अस्थि मज्जा बायोप्सी पर इम्यूनोहिस्टोकेमिस्ट्री
  • अस्थि मज्जा प्रत्यारोपण के लिए सीडी34/ स्टेम सेल गणना
  • तीव्र ल्यूकेमिया इम्यूनोफेनोटाइपिंग
  • दीर्घकालिक लिम्फोप्रोलिफेरेटिव विकारों और मायलोमा के लिए इम्यूनोफेनोटाइपिंग
  • विभिन्न ल्यूकेमिया के लिए न्यूनतम अवशिष्ट रोग परीक्षण
  • पीएनएच के लिए फ्लो साइटोमेट्री अध्ययन
  • हीमोलाइटीक और अन्य रक्ताल्पता के लिए जांच
  • विभिन्न नैदानिक ​​ पैथोलॉजी सेवाएं जैसे मूत्र और मल विश्लेषण, डिस्मॉर्फिक आरबीसी के लिए मूत्र परीक्षण

बायोकेमिस्ट्री

प्रयोगशाला में एक पूर्ण बायोकेमिस्ट्री विभाग है जिसमें विशेषज्ञों का एक प्रतिभाशाली पूल है जो बाह्य मरीजों और आंतरिक मरीजों को नैदानिक ​​प्रयोगशाला सेवाएं प्रदान करता हैं।

Tयह विभाग नवीनतम तकनीक और उपकरणों का उपयोग करके प्रदर्शन की उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है जो हमें कम से कम समय में मरीजों को तेजी से और भरोसेमंद परिणाम देने में सक्षम बनाता है।

बायोकेमिस्ट्री विभाग, अन्य प्रयोगशाला विभागों के साथ, त्वरित और सटीक रिपोर्ट बनाने के लिए प्रयोगशाला सूचना प्रणाली (एलआईएस) द्वारा अस्पताल से जुड़ा हुआ है।

नमूनों को बारकोड दिया जाता है और उपकरण में फीड किया जाता है, जो स्वचालित रूप से बार कोड द्वारा निर्देशित परीक्षण करता है। प्राप्त किए गए परीक्षण के परिणाम एक योग्य सलाहकार या एक वरिष्ठ तकनीशियन जिन्होंने एनएबीएल से आंतरिक ऑडिटर के रूप में प्रशिक्षण प्राप्त किया है उनके द्वारा प्रविष्टियों को सत्यापित करने के बाद तुरंत डॉक्टर के डेस्क पर ऑनलाइन स्थानांतरित कर दिए जाते हैं।

नियमित बायोकेमिस्ट्री और हार्मोन, ट्यूमर मार्कर, विटामिन और चिकित्सीय दवा निगरानी जैसे विशेष परीक्षण हर दिन किए जाते हैं।

माइक्रोबायोलॉजी

हमारा माइक्रोबायोलॉजी विभाग सख्त अस्पताल संक्रमण नियंत्रण के साथ-साथ एनएबीएल / सीएपी प्रोटोकॉल के अनुसार निर्धारित टर्नअराउंड समय के भीतर अधिकांश माइक्रोबायोलॉजी परीक्षण प्रयोगशाला में ही करके ठोस नैदानिक ​​सेवाएं प्रदान करता है।

कल्चर्स को एक स्वचालित प्रणाली पर किया जाता है, जो लगभग सटीक है। नमूना प्राप्त होने के समय से लेकर रिपोर्ट तैयार होने तक गुणवत्ता आश्वासन का पालन किया जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

कुछ परीक्षणों के लिए रिपोर्ट जल्दी तैयार किए जा सकते हैं; हालांकि, कभी-कभी अधिक जटिल विश्लेषण की आवश्यकता होती है, और परिणाम उपलब्ध होने में लगभग 7 - 10 दिन लग सकते हैं।

आमतौर पर, रक्त और मूत्र परीक्षण के लिए कोई आहार प्रतिबंध नहीं हैं। हालांकि, यदि आप बायोप्सी से गुजर रहे हैं, तो आपको प्रक्रिया से पहले 8 घंटे तक कुछ भी पीने या खाने के लिए मना किया जाता है।

आपके जाँच के परिणाम ऑन्कोलॉजिस्ट को सही निदान पर पहुंचने में मदद करते हैं। ये परीक्षण डॉक्टरों को किसी व्यक्ति में कैंसर के विकास के जोखिम, मौजूद ट्यूमर की प्रकृति, कैंसर के उपचार के लिए रोगी की प्रतिक्रिया आदि का निर्धारण करने में मदद करते हैं।