पीईटी-सीटी, कैंसर उपचार में एक महत्त्वपूर्ण नैदानिक (डायग्नोस्टिक) और पूर्वलाक्षणिक (प्रोग्नोस्टिक) टूल है डायग्नोसिस से लेकर स्टेजिंग तक, निगरानी से लेकर रोगी की उपचार प्रतिक्रिया के मूल्यांकन तक, पीईटी-सीटी कैंसर रोग के सभी प्रमुख चरणों में एक बुनियादी भूमिका निभाता है।
पीईटी-सीटी (पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी/कम्प्यूटेड टोमोग्राफी) एक न्यूक्लियर मेडिसिन इमेजिंग विधि है जो बेहतर डायग्नोस्टिक सपोर्ट के लिए सीटी स्कैन से प्राप्त संरचनागत जानकारी को पीईटी स्कैन से प्राप्त मेटाबोलिक गतिविधि जानकारी से संयोजित करती है।
पीईटी और सीटी इमेजिंग से प्राप्त डेटा एक सॉफ्टवेयर सिस्टम की मदद से दो या तीन आयामी छवि पुनर्रचना (इमेज रिकंस्ट्रक्शन) के लिए संयोजित किया जाता है। ये संयोजित स्कैन, आंकोलॉजिस्ट्स को असामान्यताएं निर्धारित करने में और विविध कैंसरों व अन्य रोगों के लिए सर्वोत्तम उपचार योजना तय करने में मदद करते हैं।
पीईटी-सीटी इमेजिंग के अनेक फायदे हैं
बेहतर सटीकता द्वारा पीईटी-सीटी सही निदान, और इस तरह सही क्लीनिकल निर्णयों को सपोर्ट करती है।
पीईटी-सीटी स्पेशलिस्ट््स को कैंसरों का शुरूआती अवस्थाओं में पता लगाने में मदद करती है, जब सकारात्मक परिणामों के साथ उनका उपचार किया जा सकता है।
घावों या असामान्य पिंडों के बारे में अत्यधिक विश्वसनीय जानकारी प्रदान करके पीईटी-सीटी इमेजिंग प्रभावी उपचार योजना में मदद करती है।
पीईटी-सीटी इमेजिंग, किए गए उपचार के लिए रोगी की प्रतिक्रिया का आकलन करने में भी मदद करती है।
एक बार में ही सम्पूर्ण मॉलेक्युलर और स्ट्रक्चरल डेटा प्रदान करके पीईटी-सीटी अनावश्यक इन्वेसिव प्रक्रियाओं और रिटेस्ट की रोकथाम में मदद कर सकती है।
यह इमेजिंग प्रोसेस नॉन -इन्वेसिव है और इसमें कम समय लगता है। टेस्ट के बाद रोगियों के लिए कोई डाउनटाइम या रिकवरी की ज़रूरत नहीं होती।
पीईटी-सीटी इमेजिंग रेडियोथेरेपी की योजना में भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।