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टोमोसिंथेसिस / 3D मैमोग्राफी

अवलोकन3D मैमोग्राफी, मैमोग्राफी का एक उन्नत स्वरूप है, जो कि एक विशेष प्रकार की ब्रेस्ट इमेजिंग होती है जिसमें कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए, जबकि यह सर्वाधिक उपचारयोग्य होता है, कम खुराक वाली एक्स-रे का प्रयोग किया जाता है। 3D मैमोग्राफी ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगाने और निदान करने में मदद करती है। यह प्रौद्योगिकी, पारंपरिक 2-आयामी (2D) मैमोग्राम की अपेक्षा अधिक गहराई से परीक्षण करके स्तन के ऊतकों के घनत्व के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करती है, जो कैंसर का सूचक हो सकता है।

पारंपरिक 2D डिजिटल मैमोग्राफी की तुलना में कैंसरों का जल्दी पता लगाने के अलावा, अन्य इमेजिंग जांचों जैसे कि अल्ट्रासाउंड या MRI द्वारा पता लगाए गए संदिग्ध क्षेत्रों को सत्यापित करने के लिए भी 3D मैमोग्राफी का उपयोग किया जा सकता है।

टोमोसिंथेसिस/3D मैमोग्राफी किस तरह काम करती है?

पारंपरिक मैमोग्राफी प्लेटफार्म में स्तनों की केवल 2-आयामी इमेज कैप्चर की जाती हैं। हालांकि 2D दृश्य में स्तन के भाग, जो कि दूध उत्पन्न करने वाली ग्रंथियां होते हैं, रेशेदार ऊतक, वसा वाले स्नायु और रूधिर वाहिकाएं ये सभी अध्यारोपित (ओवरलैप्ड) हो जाते हैं। छोटे और बड़े कैल्सिफाइड ब्रेस्ट ट्‌यूमर इस ओवरलैपिंग के कारण कई बार छिपे रह जाते हैं। हालांकि, दूसरी ओर टोमोसिंथेसिस, ऊतकों की ओवरलैपिंग कम करती है और बेहतर गुणवत्ता वाली इमेज प्रदान करती है।

टोमोसिंथेसिस/3D मैमोग्राफी से रेडियोलॉजिस्ट्‌स को स्तन ऊतकों को आमतौर से 1 मिमी मोटी स्लाइस या परतों में परीक्षण करने की सुविधा मिलती है। 3D मैमोग्राफी के दौरान एक्सरे आर्म, स्तन के आसपास एक छोटी आर्क में घूमती है और कई कोणों से इमेजों का सीक्वेंस प्राप्त करती है। फिर ये इमेज कंप्यूटर में फीड की जाती हैं जो इनको पतली स्लाइसों में रखता है। इससे रेडियोलॉजिस्ट्‌स स्तनों के ऊतकों को अधिक स्पष्ट ढंग से देख पाते हैं और असामान्यताओं का सफलतापूर्वक पता लगा पाते हैं। परीक्षण के दौरान बहुत हल्की एक्सरे ऊर्जा का प्रयोग करके रेडिएशन संपर्क को निर्धारित दिशानिर्देशों के अंदर रखना सुनिश्चित किया जाता है।

टोमोसिंथेसिस/3D मैमोग्राफी के लाभ

3D मैमोग्राफी के अनेक लाभ हैं:

3D मैमोग्राफी बेहतर गुणवत्ता वाली इमेज उत्पन्न करती है जिससे स्तन कैंसर के अधिक सटीक निदान में मदद मिलती है।

इससे बड़े स्तन ऊतकों वाली महिलाओं में कैंसरों का पता लगाने में मदद मिलती है।


3D मैमोग्राफी गलत परिणामों (फाल्स पॉजिटिव) की संभावनाएं कम कर देती है।


यह पहली बार में ही बेहतर गुणवत्ता की इमेज प्रदान करके अतिरिक्त इमेजिंग की ज़रूरत कम करती है।


स्तन कैंसर के लिए यह सुरक्षित स्क्रीनिंग और डायग्नोस्टिक जांच है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हां, टोमोसिंथेसिस / 3D मैमोग्राफी पारंपरिक मैमोग्राफी से अधिक भरोसेमंद है। 3D मैमोग्राफी में कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए, जबकि यह सर्वाधिक उपचारयोग्य होता है, कम खुराक वाली एक्स-रे का प्रयोग किया जाता है। पारंपरिक मैमोग्राफी के विपरीत, 3D मैमोग्राफी बड़े स्तनों वाली महिलाओं में भी कैंसर का जल्दी पता लगाने में सहायक होती है।

हां। 3D मैमोग्राफी आपके लिए सुरक्षित है। हालांकि आपको पता होना चाहिए कि 3D मैमोग्राफी एक्सरे का उपयोग करके स्तन की इमेज बनाती है, जो आपको कम मात्रा में रेडिएशन के संपर्क में लाता है।

प्रक्रिया के दौरान लोगों को प्रायः थोड़े दर्द और असुविधा का अनुभव होता है क्योंकि स्तन ऊतकों की बेहतर गुणवत्ता वाली इमेज प्राप्त करने के लिए स्तनों को मैमोग्राफी प्लेटफार्म पर दबाया जाता है। इसके अलावा रेडियोलॉजिस्ट आपसे सांस रोकने के लिए भी कह सकता है ताकि इमेज धुंधली न होने पाएं।

टोमोसिंथेसिस/3D मैमोग्राफी में 30 मिनट तक लग सकते हैं।

टोमोसिंथेसिस/3D मैमोग्राफी प्लेटफार्म कई कोणों से इमेजों को प्राप्त करता है और रेडियोलॉजिस्ट्‌स को स्तन ऊतकों का पतली स्लाइसों में परीक्षण करने की सुविधा मिलती है। इस तरह से 3D मैमोग्राफी से बड़े स्तन ऊतकों वाली महिलाओं में भी स्तन कैंसरों का जल्दी पता लगाने में मदद मिलती है।

फाल्स पॉजिटिव वह होता है जब स्कैन से एक असामान्य भाग का पता चलता है जो मैलिग्नैंट ट्‌यूमर नहीं निकलता है। 2D मैमोग्राफी में, कुछ रोगियों में कुछ असामान्य पाए जाने के कारण उनको और इमेजिंग के लिए फिर से बुलाया जाता है। हालांकि 3D मैमोग्राफी के मामले में ऐसा लगभग नहीं होता है।