सभी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के मामलों में से केवल 5% मामले इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर (आईबीसी) के होते है। आईबीसी तेजी से विकसित होता है, और कुछ ही सप्ताह या महीनों के अंदर बीमारी उन्नत चरणों में पहुंच जाती हैं।
इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट कैंसर (आईबीसी), ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर का एक आक्रामक प्रकार है, जिसमें ब्रेस्ट (स्तन) की सतह में लिम्फ धमनियों को कैंसर सेल्स (कोशिकाओं) द्वारा बाधित किया जाता है। क्योंकि ब्रेस्ट (स्तन) आमतौर पर लाल या सूजे हुए होते हैं, इसलिए इस प्रकार के ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर को "इन्फ्लैमेटरी " कहा जाता है। सभी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के मामलों में से केवल 5% मामले इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर (आईबीसी) के होते है।
अधिकांश इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर इनवेसिव डक्टल कार्सिनोमा होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे ब्रेस्ट (स्तन) की दूध की नलिकाओं को अस्तर करने वाली सेल्स (कोशिकाओं) के रूप में शुरू होती है और धीरे-धीरे उनके बाहर फैल जाती है।
रोग तेजी से विकसित होता है, और कुछ ही सप्ताह या महीनों के अंदर बीमारी उन्नत चरणों में पहुंच जाती हैं। इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर की फैलाव की सीमा के आधार पर, इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर का निदान अक्सर III (तिसरे) या IV (चौथे) चरण में किया जाता है।
इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर निम्नलिखित लक्षणों को भी प्रदर्शित करता है :
इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर तेजी से बढ़ता है और कुछ लक्षणों से जुड़ा होता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये लक्षण अन्य ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के प्रकारों से भी जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, किसी भी लक्षण को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के लक्षण निम्नलिखित हैं :
इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर निम्नलिखित लक्षणों को भी प्रदर्शित करता है :
ब्रेस्ट (स्तन) की नलिकाओं में से एक में असामान्य सेल्स (कोशिकाओं) से आईबीसी उत्पन्न होती हैं। ये सेल्स (कोशिकाएं) तेजी से विभाजित होती हैं, ब्रेस्ट (स्तन) की सतह में लसीका नसों में घुसपैठ करती हैं और उनको बाधित करती हैं। इस रुकावट के कारण नसें लाल हो जाती है, सूजी हुई लगती है और त्वचा पर गड्ढे होते है। इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर का कोई पहचानने योग्य कारण नहीं है।
हालांकि, कुछ प्रमुख जोखिम कारकों की पहचान की गई है :
ज्यादातर मामलों में, इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर से पीड़ित महिलाओं में ब्रेस्ट (स्तन) के ऊतक घने होते हैं, और यह मैमोग्राफी के माध्यम से स्क्रीनिंग या परीक्षण को चुनौतीपूर्ण बनाता है। साथ ही, इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर आक्रामक होने के कारण निर्धारित मैमोग्राम स्क्रीनिंग के बीच यह तेजी से विकसित हो सकता है।
लक्षण ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के अन्य प्रकार या एक अलग चिकित्सा स्थिति की ओर इशारा कर सकते हैं। इसलिए, महिलाओं को किसी भी लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और अगर उन्हें कुछ भी असामान्य लगता है तो तुरंत अपने चिकित्सक से मिलना चाहिए।
ट्यूमर के आकार को कम करने के लिए, इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर का आमतौर पर शुरूआत में प्रणालीगत कीमोथेरेपी के साथ इलाज किया जाता है। उसके बाद सर्जरी के जरिए ट्यूमर को निकाल दिया जाता है। सर्जरी के बाद बची हुई कैंसर सेल्स (कोशिकाओं) को खत्म करने के लिए रेडिएशन (विकिरण) का उपयोग किया जाता है। कैंसर के अन्य प्रकारों की तरह ही, बहुविध दृष्टिकोण के साथ इलाज किए जाने पर इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के मामलों में जीवित रहने की दर अधिक पाई जाती है। इन्फ्लैमेटरी ब्रेस्ट (स्तन) कैंसर के प्रबंधन के लिए निम्नलिखित उपचार विकल्प उपलब्ध हैं :